गुरुदेव बृहस्पति मंदिर, बनारस
काशी में दशाश्मेध घाट मार्ग और बाबा विश्वनाथ के निकट ही गुरु बृहस्पति का अति प्राचीन मंदिर है जहा भक्तो का रेला लगा रहता है ।
काशी में गुरुदेव ने जब बाबा विश्वनाथ से रहने का अनुमति मांगा तो महादेव अवघड दानी ने सभी के गुरु को उनका उचित सत्कार किया और अपने काशी विश्वनाथ मंदिर के ही निकट उनको सबसे ऊंचा स्थान दिया । जिससे कि काशी में निवास करने वाले सभी देवता तथा मनुष्य इनका अपने अपने स्थान से नित्य दर्शन करते रहें । देव गुरु बृहस्पति नौ ग्रहों में सर्व श्रेस्ठ ग्रह है..
#विशेष_दिन - गुरुदेव वृहस्पति को #गुरुवार का दिन अतिप्रिय है, इस दिन गुरुदेव की पूजा करने से वो जल्द ही प्रसन्न होते हैं और सभी कामनाएं पूर्ण हो जाती हैं इसलिए हर गुरुवार को गुरु बृहस्पति के मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है।
#विशेष_रँग - गुरु वृहस्पति को #पीला_रंग अतिप्रिय है, उनकी पूजा मे हल्दी पीला चंदन, पीला फल, पीला फूल, पीला वस्त्र का प्रयोग अवश्य करना चाहिए
This site was designed with Websites.co.in - Website Builder
We appreciate you contacting us. Our support will get back in touch with you soon!
Have a great day!
Please note that your query will be processed only if we find it relevant. Rest all requests will be ignored. If you need help with the website, please login to your dashboard and connect to support